Mohabbatein in Australian Dressing Room!!!
I see eerie similarities between current chaos
in Australian teams and the Bollywood classic – Mohabbatein. Three rebels lead by Shane Watson aka Raj Aryan taking
on the mighty anarchy of Michael Clarke aka Narayan Shankar who keeps boasting
about the tradition, reputation and discipline of Australian cricket. Discipline
was the key word in both the situations – an autocrat wanting to impose it and
the rebels opposing it.
Here is how it may look like if shot in the
scenes of the movie -
Scene 1:
Michael Clarke
addressing the team in the dressing room
होमवर्क, होमवर्क, होमवर्क. यह टीम ऑस्ट्रेलिया के तीन स्तम्भ हैं. यह वोह तीन कारण हैं जिनकी वजह से हम आखिरी दो मैच हारे हैं.
आप से पहले जो यहाँ हार चुके हैं वोह आपके लिए बहुत अच्छे नोट्स छोड़ गए हैं.
आज वोह सब अपनी अपनी जगह बहुत कामयाब लोग हैं. कुछ बड़े कमेंटेटर, कुछ बड़े लेखक और कुछ राष्ट्रीय चयनकर्ता हैं. परन्तु उन सब में एक चीज सामान्य है, वोह सारे ज़िन्दगी अपना होमवर्क करते आये हैं.
आज, आप सबको उस कामयाब वंश का हिस्सा बन्ने का मौका दिया जा रहा है. हम आप सबको ऑस्ट्रेलिया के चारों कोनों से चुन चुन के यहाँ लाये हैं इस विश्वास के साथ की आप में वोह काबिलियत है जो आप कमसे कम एक मैच draw करवा सकते हैं.
पर कोई मैच इतनी आसानी से draw नहीं होता. हर मैच को पांच दिन खेलना पड़ता है.
आज आपने टीम ऑस्ट्रेलिया के ड्रेसिंग रूम में कदम रखकर क्रिकेट की दुनिया से अपना पीछा छुडवा लिया है. जब तक आप यहाँ हैं, माइक्रोसॉफ्ट पॉवर पॉइंट ही आपकी दुनिया है. हम उम्मीद करते हैं की आप पूरी लगन से प्रेजेंटेशन बनायेंगे और अपना होमवर्क पूरा करेंगे.
अगर कोई भी खिलाडी दारू पीता या मचली पकड़ते पकड़ा गया तो उसे उसी वक्त टीम से निकाल दिया जायेगा.
और इतना याद रखिये की यहाँ से निकाले गए तो आप केवल बिग बॉस में नाचने लायक बचेंगे.
तो अगर आज यहाँ आप में से कोई होमवर्क करने को तैयार नहीं है तो वोह ड्रेसिंग रूम के इस गेट से बाहर जा सकता है.
लेकिन अगर आपने यह फैसला करा लिया है की आप यहाँ रहेंगे तो फिर सारे प्रेसेन्ततिओन्स बनायेंगे और अपना होमवर्क पूरा करेंगे.
Scene 2:
मिस्टर माइकल क्लार्क, उस दिन मैंने आपको अपना नाम बताया था, Shane Watson. आज मैं आपको अपना पूरा नाम बताता हूँ - Shane Watson Katich
Scene 3:
कोई होमवर्क करे तो नेट्स पे करे, जैसे खेले वैसे करे ... कोई लैपटॉप पे होमवर्क न करे क्योंकि लैपटॉप पे जब खिलाडी होमवर्क करता है तो उसे होमवर्क नहीं पेपरवर्क कहते हैं.
Scene 4:
Shane Watson: आज मैं आपसे एक वादा करता हूँ MR Clarke, इतनी अनुशानहीनता भर दूंगा मैं इस ड्रेसिंग रूम में की आज के बाद कोई खिलाडी कभी होमवर्क नहीं करेगा.
Scene 5:
Michael
Clarke - मैंने आपसे कहा था न Mr Watson , की टीमवर्क और होमवर्क की इस जंग में आप हार जायेंगे. मैंने आपसे कहा था. मैंने आपसे कहा था.
Shane Watson - माफ़ कीजियेगा सर लेकिन जहाँ से मैं देख रहा हूँ, आप हार गए. क्योंकि जहाँ से मैं देख रहा हूँ वहां से मुझे नौसिखियों की टीम कप्तान बॉर्डर गावस्कर ट्राफी की फूल चढ़ी तस्वीर के नीचे खड़ा हुआ दिख रहा है. आप चेन्नई में भी हारे थे, आप हैदराबाद में भी हार गए. आपने कभी सोचा है की मैं इस टूर पे क्यों आया? जिस बोलिंग को लेके मैंने तहलका मचाया था वोह बोलिंग तो अब मैं करता ही नहीं. यह Pattinson , यह खवाजा, यह Jhonson कौन हैं मेरे? मैं तो इनको क्रिकेटर मानता ही नहीं. मैं तो किसी को क्रिकेटर नहीं मानता. मैं वापिस आया था आपके लिए Mr Clarke . मैं वापिस आया था उस कप्तान के लिए जिसकी टीम में Phil Hughes खेलता है. मैं यहाँ इसलिए वापिस आया था. क्योंकि Chris Martin ने मुझसे कहा था की शकल से Hughes कैसा भी लगे, बल्लेबाजी में वोह ढक्कन है.
पता है Mr Clarke , मेरे पास Hughes की बल्लेबाजी का एक भी विडियो नहीं है क्योंकि उससे बल्लेबाजी होती ही नहीं. जैसे ही वोह बल्लेबाजी करने आता है, विपक्षी कप्तान या तो Martin को गेंदबाजी पे लगा देता है या फिरकी गेंदबाज के आता है.
माफ़ कीजियेगा लेकिन जहाँ से मैं देख रहा हूँ, आप हार गए, आप सबकुछ हार गए.
क्योंकि जहाँ से मैं देख रहा हूँ वहां से मुझे एक सनकी और घमंडी कप्तान दिख रहा है जो सर जडेजा को देखते ही दम डूबा के भाग लेता है. माफ़ कीजियेगा Mr Clarke आप सबकुछ हार गए.
PS: Work of fiction.
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